आचार्य जिनसेन वाक्य
उच्चारण: [ aachaarey jinesen ]
उदाहरण वाक्य
- आचार्य जिनसेन और गुणभद्र: एक परिचय
- आचार्य जिनसेन स्वामी ने सर्वप्रथम संस्कृत महाकाव्य पार्श्वाभ्युदय की रचना * में की थी।
- आचार्य जिनसेन के आदिपुराण में तीर्थकर ऋषभदेव के जीवन चरित का विस्तार से वर्णन है।
- आचार्य जिनसेन ने इस ग्रन्थ को ' महापुराण ' नाम से रचने का संकल्प किया था।
- इससे जान पड़ता है कि आचार्य जिनसेन ने उन सब ग्रन्थों का अच्छी तरह आलेख किया है।
- * आचार्य जिनसेन के शब्दों में ' वीरसेन साक्षात केवली के समान सकल विश्व के पारदर्शी थे।
- पुराणजगत में आचार्य जिनसेन का आदिपुराण और उनके साक्षात् शिष्य आचार्य गुणभद्र का उत्तरपुराण-ये दोनों अत्यन्त प्रसिद्ध पुराण-ग्रन्थ हैं।
- बीस हज़ार आचार्य वीरसेन द्वारा और 40 हज़ार आचार्य जिनसेन द्वारा कुल 60 हज़ार श्लोक प्रमित यह टीका है।
- इसके गुरु एवं आचार्य जिनसेन ने ' आदि पुराण ', ' हरिवंश ' तथा ' पाश्र्वभ्युदय ' की रचना की।
- संस्कार, वर्ण व्यवस्था आदि का विवेचन आचार्य जिनसेन ने महापुराण के प्रथम भाग अर्थात आदिपुराण में विस्तार से किया है।
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